इस तरह मैंने आर ए एस में प्रथम स्थान प्राप्त किया -विक्रांत शर्मा

               इस तरह मैंने आर ए एस में प्रथम स्थान प्राप्त किया |






मेरा नाम विक्रांत शर्मा है | मैंने RAS 2021 में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। ये मेरा दूसरा प्रयास था। इससे पहले मैंने 2018 में RAS में 688 रैंक प्राप्त की थी।मैंने बिट्स पिलानी से ग्रैजुएशन करने के बाद 1 साल तक टाटा स्टील लिमिटेड में कार्य किया था। वहाँ पर काम करने के दौरान मुझे अनुभव हुआ कि मुझे प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहिए और वहीं पर मैंने निर्णय लिया कि मैंने यूपीएससी की तैयारी करूँगा।

यूपीएससी के दो प्रयास देने के बाद कुछ कारणों से मुझे लगा कि मुझे RAS की तैयारी भी करनी चाहिए| क्योंकि यह स्टेट लेवल का एग्जाम है कंपैरटिव्ली, इसमें कम अनिश्चितताएं हैं तो मैंने उस पर फोकस करने का निर्णय लिया|RAS के प्रथम प्रयास में मैंने खुद पर निर्भर रहते हुए सारी तैयारी की और सेल्फ स्टडी को ही फोकस में रखा। इसकी वजह से कुछ कमियां मेरे प्रयास में रह गई और मैं जो सक्सेस मुझे मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिल पाई। हालांकि मैंने इंटरव्यू फेस किया।उसके बाद मैंने अपनी हिम्मत नहीं हारी और मैंने फिर से प्रयास करने का निर्णय लिया।और इस दूसरे प्रयास में मैंने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

अब मैं बताना चाहूंगा कि मैंने किस प्रकार से अपनी तैयारी की।सबसे पहले अगर हम प्रीलिम्स की बात करें तो प्रीलिम्स में काफी वेटेज राजस्थान के पोर्शन का रहता है।तो राजस्थान के पोर्शन की तैयारी मैंने राजस्थान की प्रचलित बुक्स से की| प्रीलिम्स की स्ट्रैटिजी मेरी कुछ यूपीएससी की स्ट्रैटिजी जैसी थी ।इसमें एक चीज़ और मैं कहना चाहूंगा प्रीलिम्स का एग्जामऑब्जेक्टिव एग्जाम होता है तो इसमें टेस्ट सीरीज भी जरुरी हैं|जिसमें मैंने भाटिया आश्रम की टेस्ट सीरीज और उत्कृष्ट की टेस्ट सीरीज का उपयोग किया था। प्रीलिम्स के बारे में अगर बात करता हूँ तो मुझे लगता है कि जो प्रीलिम्स का पैटर्न बदल रहा है जैसे लास्ट टाइम अभी प्रीलिम्स हुआ है तो उसमें काफी चेंजेस देखने को मिले हैं गणित वाला पोर्शन वो काफी टफ कर दिया गया है, तो उसमें अलग प्रिपरेशन की जरूरत है और उसमें प्रैक्टिस की काफी जरूरत है। इसके अलावा हम देखते कि आरपीएससी ने पांचवा ऑप्शन भी शामिल किया है।जो प्रश्न आपको नहीं आता तो आप इस पर टिक करेंगे| मैं मानता हूँ कि अगर किसी को राजस्थान का पोर्शन काफी स्ट्रॉन्ग है तो इसमें कोई ज्यादा मेहनत की मुझे नहीं लगता की आवश्यकता होगी।क्योंकि मैंने भी प्रीलिम्स दो बार दिया है तो बड़ी आसानी से क्लियर हुआ है| मैथ्स वाले पोर्शन की प्रैक्टिस अच्छे से की जाए और राजस्थान के लिए अगर हम देखते हैं कि राजस्थान बोर्ड की बुक्स चलती है। जैसे हम स्पेसिफिकल्ली देखें, जो टेंथ की एक बुक आती है, राजस्थान संस्कृति की उसे फॉलो करना चाहिए। बाकी जो एनसीईआरटी की बुक्स आती है उसको फॉलो करना चाहिए।बाकी सब्जेक्ट जैसे जियोग्राफी है। इनके लिए एनसीईआरटी की बुक आती है उसको फॉलो करने से काफी हद तक सिलेबस कवर हो जाता है। बाकी टेस्ट सिरीज़ के माध्यम से हम इसकी प्रैक्टिस कर सकते हैं। प्रीलिम्स के मैंने लगभग 20 टेस्ट लगाये थे । ।लेकिन प्रीलिम्स का जब एक मंथ रह गया था तो मैंने उत्कर्ष का MCQs बैच जॉइन किया था| क्योंकि उसमें रिविजन काफी फास्ट करवाई जाती है तो उससे मुझे काफी हेल्प मिली थी। मैंने 120 के आस पास प्रश्न अटैम्प्ट किये थे और मार्क्स मेरे 115 रहे थे। मुझे लगता है की अगर कोई फ्रेशर हैं जिसने कभी कुछ इसके बारे में नहीं पढ़ा है तो उसे कम से कम 4 से 5 मंथ की तैयारी चाहिए।

प्रीलिम्स क्लियर करने के बाद मैन्स की बात करते हैं| मैन्स के टॉपिक जहाँ से हो सके वहाँ से एकत्र करने की कोशिश की। उदाहरण के लिए जैसे भारत की राजनीति व्यवस्था के लिए मैंने दृष्टि आई ए एस, विज़न आईएएस साइट्स को फॉलो किया।जी एस वन में हिस्टरी, इकोनॉमिक्स और सोशियोलॉजी जैसे और मैनेजमेंट जैसे छोटे छोटे टॉपिक्स आते हैं।हिस्ट्री के लिए NCERT और इकॉनमी के राजस्थान और इंडिया का सर्वे पढना चहिये| इससे काफी हद तक इसके टॉपिक्स कवर हो जाते हैं। बाकी मार्केट में बुक्स भी आती है जैसे 2018 के टॉपर थे मनमोहन शर्मा जी उनकी एक बुक आती थी इकोनॉमिक्स की उसको मैंने फॉलो किया था तो वो भी पढ़ी जा सकती है। वो इकोनॉमिक सर्वे के अकॉर्डिंग ही बनाई गई थी।और बाकी जो छोटे सब्जेक्ट हैजैसे सोशियोलॉजी ये एनसीआरटी में टॉपिक्स मिल जाते हैं। मैनेजमेंट के लिए मैंने सम्यक के नोट्स लिए थे| इसके अलावा जीएस2 की अगर हम बात करते हैं तो इसमें तीन पोरशन होते हैं, ऐड्मिनिस्ट्रेटिव एथिक्स, साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी और जियोग्राफी होता है एथिक्तोस के लिए मैंने धर्मेन्द्र सर के नोट्स लिए थे | साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी के लिए मैंने सम्यक का ऑनलाइन कोर्स लिया हुआ था ।जी एस थ्री की बात करें तो इसमें पॉलिटी, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और छोटे सब्जेक्ट स्पोर्ट्स, योगा और लॉ आते हैं| पोलिटी के लिए हर कोई लक्ष्मीकांत पड़ता है तो मैंने वही पढ़ी थी तो उसके लिए मैंने कोई एक्स्ट्रा फॉलो नहीं किया। IR के लिए मैंने ऑनलाइन साइट्स जैसे दृष्टि, विज़न आईएएस को फॉलो किया था| पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के लिए मैंने राजकुमार कस्वां जी की बुक आती है। स्पोर्ट्स, योगा और लॉ के लिए मैंने राजस्थान बोर्ड की बुक्स को फॉलो किया| अब जी एस फ़ोर की बात करें तो उसमें हिंदी और इंग्लिश दो सब्जेक्ट हैं। हिंदी के लिए राघवप्रकाश बुक हर कोई पड़ता है और वही मैंने फॉलो की थी। इंग्लिश के लिए मैंने बी के रस्तोगी book को फॉलो किया था|

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